द फॉलोअप डेस्क
JPSC यानि झारखंड पब्लिक सर्विस कमीशन के अध्यक्ष का पद पिछले महीने के 22 तारीख से खाली पड़ा है। 21 अगस्त को डॉ नीलिमा केरकेट्टा का कार्यकाल ख़त्म हुआ उसके बाद से लेकर अब तक किसी को अध्यक्ष नहीं बनाया गया। अध्यक्ष के नहीं होने से कई परीक्षाओं का परिणाम बाधित है। सबसे बड़ी परीक्षा माने जाने वाली 11 सिविल सेवा के मुख्य परीक्षा का परिणाम भी रुका हुआ। 342 पदों के लिए हुई इस परीक्षा में करीब 56 सौ अभ्यर्थी शामिल हुए थे। सभी मुख्य परीक्षा के परिणाम का इंतजार कर रहे हैं ताकि इंटरव्यू की तैयारी में जुट सकें। इसके अलावे CDPO की भी मुख्य परीक्षा का परिणाम रुका हुआ है। करीब 64 पदों के लिए 1600 अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा के परिणाम का इंतजार कर रहे हैं। इसके अलावे फ़ूड सेफ्टी ऑफिसर के 56 पदों के लिए 600 से अधिक अभ्यर्थी परिणाम का इंतजार कर रहे हैं। सिविल जज के 138 पदों के लिए 15 सौ अभ्यर्थी रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं।
चुनाव आचार संहिता न लागू हो जाये, छात्रों को सता रहा डर
प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले इन छात्रों को यह डर सता रहा है कि कहीं ऐसा न हो कि चुनाव आचार संहिता की घोषणा हो जाये और उनकी परीक्षा अटक जाए। छात्र लगता सोशल मीडिया के माध्यम से मांग कर रहे हैं कि अध्यक्ष की नियुक्ति की जाए।